भगवान शिव आज भी गुरु है। वो घट घट व्यापि है। वो सब में बसे है , एक जो पूरी श्रद्धा के साथ उनका भजन करता है , वो भवसागर से तर जाता है। ये सब उनकी ही माया है।  
इसलिए, हे शिव भक्तो सर्वदा उनका ही भजन करते रहो। एक दिन वह तुम्हारी मनोकामना अवस्य सुनेंगे।
जय भोलेबाबा जय हो भंडारी जय भोलेबाबा जय हो भंडारी जय भोलेबाबा जय हो भंडारी जय भोलेबाबा जय हो भंडारी। 
Comments
Post a Comment