Gyani Pandit Ji - अगर घर पर तुलसी, तो ध्यान रखिए ये बातें:
अगर घर पर तुलसी, तो ध्यान रखिए ये बातें:
हिंदू धर्म में तुलसी को पूजनीय माना जाता है। तुलसी को पाप का नाश करने वाली माना गया है। इनका पूजन करना श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि इनकी पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। सभी तरह की पूजा तथा धार्मिक कार्यों में तुलसी का उपयोग किया जाता है। तुलसी पत्ती से पूजा, व्रत, यज्ञ, जप, होम तथा हवन करने का पुण्य मिलता है। युगों से यह परंपरा चली आ रही है कि घर के आंगन में तुलसी का पौधा होना चाहिए। जिससे घर में देवी-देवताओं की कृपा बनी रहे और घर में सकारात्मक ऊर्जा की बढोत्तरी हो। शास्त्रों के अनुसार अगर आपने अपने घर में तुलसी का पौधा रखा है तो कुछ बातों का ध्यान जरुर रखना चाहिए। जिससे घर का वातावरण सुखद बना रहे और कभी धन की कमी न हो। साथ ही घर के किसी भी सदस्य को कभी कोई शारिरिक समस्या नही होती है।
जानिए शास्त्रों के अनुसार तुलसी के संबंध में ये बातें।
1) रोज करना चाहिए तुलसी की पूजा:
शास्त्रों के अनुसार हमें रोज तुलसी की पूजा करनी चाहिए। रोज शाम को तुलसी माता के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि जो लोग शाम के समय तुलसी के पास दीपक जलाते हैं, उनके घर में महालक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
2) तुलसी का सूखा पौधा न रखें:
अगर आपके घर में लगा हुआ तुलसी का पौधा सूख गया है, तो इसे घर में न रखें, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। सुखें तुलसी के पौधें को किसी नदी में या तालाब में प्रवाहित कर देना चाहिए। साथ ही दूसरा तुलसी का पौधा लगाना चाहिए। इससे आपके घर की धन की बरकत में कमी नही होगी।
3) इन दिनों में न तोड़े तुलसी के पत्ते:
शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पत्ते कुछ खास दिनों में नहीं तोड़ने चाहिए। जैसे कि एकादशी, रविवार और चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण के समय, रात के समय नही तोड़ना चाहिए। ऐसा करने से आपको दोष लगेगा। साथ ही लक्ष्मी अप्रसन्न हो सकती है।
4) वास्तु दोष को दूर करें तुलसी:
घर के आंगन में तुलसी का पौधा होने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है जिससे कि घर में नकारात्मक ऊर्जा नही आ पाती। साथ ही घर में कई तरह के वास्तु दोष को खत्म करता है। जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
5) तुलसी के पत्ते को कभी भी चबाना नहीं चाहिए:
तुलसी के पत्तों का सेवन करते समय ध्यान रखना चाहिए कि इन पत्तों निगल लेना चाहिए, क्योंकि तुलसी के पत्तों में पारा धातु के तत्व पाया जाता है। चबाते समय यह दांत में लग जाता हौ जो कि दातों के लिए नुकसानदायक है।
6) शिवलिंग और गणेश को तुलसी के पत्ते अर्पित करना वर्जित:
शास्त्रों के अनुसार तुलसी का विशेष महत्व है, लेकिन शिव और गणेश पूजन में तुलसी का इस्तेमाल नही किया जाता है। इसके बारें में पुराणो में दो कथा बताई गई है। एक कथा के अनुसार भगवान शिव ने तुलसी के पति दैत्यों के राजा शंखचूड़ का वध किया था, जिसके कारणशिव पूजन में तुलसी को चढातें है और न ही शंख से शिवलिंग पर जल चढ़ाते है। जबकि एक अन्य कथा के अनुसार एक बार गणेशजी ने तुलसी के सामने विवाह का प्रस्ताव किया,लेकिन तुलसी ने अस्वीकार कर दिया यह कह कर कि वो ब्रह्मचारी है। जिसके कारण गुस्सा होकर तुलसी ने उन्हें दो विवाह का श्राप दे दिया और गणेश जी ने तुलसी को एक राक्षस से विवाह का श्राप दे दिया। जिसके कारण तुलसी गणेश जी में अर्पित नही की जाती है।
7) तुलसी की एक पत्ती में छिपा है औषधीय गुण:
जिस तरह तुलसी पुजनीय है उसी तरह इसमें औषधीय गुणों की भरमार है। इसकी सुंगध हमें श्वास संबंधी कई रोगों से बचाती है। मौसम बदलने से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से तुलसी अच्छी तरह बचाती है। तुलसी की पत्ती सेवन करने से हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ जाती है। इसके लिए हमें रोजाना इसका सेवन करना चाहिए।
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