Gyani Pandit Ji - ईश्वर हमारा भाग्य नहीं लिखता
ईश्वर हमारा भाग्य नहीं लिखता, क्योंकि वह पसंद-नापसंद का कोई भी आरोप अपने ऊपर नहीं लेता ।
जीवन के हर कदम पर हमारी सोच, हमारे वचन और हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिखते है ।
अतः सदा स्मरण रखें...
हर क्षण,
कलम भी हमारी है...
लिखावट भी हमारी है...
और रचना भी हमारी ही है...!!
कलम भी हमारी है...
लिखावट भी हमारी है...
और रचना भी हमारी ही है...!!
किसी भी कर्म के लिए किसी को भी दोष न दे, भगवान को भी नहीं ।
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