Gyani Pandit Ji - क्यों होती है खंडित शिवलिंग की पूजा?

क्या आप जानते है की सिर्फ भगवान शिव के ही रूप शिवलिंग की पूजा खंडित रूप में भी हो सकती है | जबकि अन्य सभी देवी देवताओ की मूर्तियाँ खंडित होने पर पूजा के योग्य नही मानी जाती | उन टूटी हुई प्रतिमाओ को पीपल के वृक्ष की जड़ में रख दिया जाता है | ध्यान रखे यदि शिव प्रतिमा टूट गयी है तो उसकी भी पूजा नही करनी चाहिए |
क्यों होती है खंडित शिवलिंग की पूजा

शिव के जन्म कथा से पता चलता है की शिव निराकार और साकार दोनों रूप में पूजे जाते है | शिव के साकार रूप में उनकी प्रतिमा तो निराकार रूप में शिवलिंग की पूजा की महिमा बताई गयी है | शिवलिंग की पूजा सबसे अच्छी महान बताई गयी है | यदि शिवलिंग कितना भी खंडित हो जाये , हर अवस्था में पूजनीय माना गया है | शास्त्रों में हर तरह के शिवलिंग की महिमा और महत्व बताया गया है | शिवलिंग पूजा विधि से सभी मनोरथ और कामना पूर्ण होती है | इस पूजा में ध्यान रखे की कैसे करे शिव को प्रसन्न |

सभी शिव भक्तो को यह जरुर ध्यान रखना चाहिए की शिवलिंग की पूजा करते समय उनका मुख उत्तर दिशा में होना चाहिए | शिवलिंग की परिक्रमा भी कभी पूरी नही करनी चाहिए क्योकि जलधारी को कभी पार नही करते |
बहुत से मंदिर में है खंडित शिवलिंग
भारत में आज बहुत सारे ऐसे मंदिर है जहा खंडित शिवलिंग की पूजा अर्चना पुरे विधि विधान से की जाती है | यह मंदिर बहुत प्राचीन है | कुछ शिवलिंग ऐसे भी है जिनके आकार बढ़ रहा है | भगवान शिव की लीला का कोई अंत नहीं है।

ॐ नमः शिवाय  ✨👁📿🏯🙏🏻

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